
*नरैनी ब्लॉक की पडम ई गौशाला बनी बेजुबान गौवँशो की
पुआल की कटिया खिलाने से गौवँश हुये बीमार व कमजोर
बाँदा । प्रदेश की योगी सरकार द्वारा गौवँश सँरक्षण एवँ सँवर्धन हेतु सरकार द्वारा बजट भेजा जाता है जिससे कि गौवँशो की नस्लो को बचाया जा सके।तथा सरकार द्वारा शासन स्तर से भी अधिकारियों एवँ मँत्रियो को गौशालाओं की निगरानी हेतु मुख्यमंत्री द्वारा निर्देशित किया जाता है जब शासन स्तर से अधिकारी आते है तब गौशालाओं को जिलाप्रशासन द्वारा आल इज द वेल कर दिया जाता है और वह आकर के अपना कोरम पूरा कर चले जाते है इसके पश्चात व्यस्थाये जस की तस हो जाती है ।
ताजा मामला नरैनी ब्लाक अन्तर्गत संचालित पड़मई गौ शाला में निरीक्षण करने पहुंचे विश्व हिन्दू महासँघ गौरक्षा समिति के तहसील अध्यक्ष नरैनी सोनू करवरिया तो वहां पर एक गौ वंश को कौवे नोच नोच कर खा रहे थे जिसकी वजह से गौ वंश के आंख से खून निकल रहा था और दूसरी गौ वंश सभी गौ वंशो के झुंड में गन्दगी के बीच में तड़प रही थी और कौवों का शिकार बन रहीं थी । उन्होंने बताया कि इस समय पड़मई गौ शाला में सभी गौ वंश बहुत ही कमजोर व बीमारी से ग्रसित हो गए हैं जिससे गौ वंश तड़प कर मर रहे हैं क्यों कि इस समय गौ वंशो को केवल गौशाला के जिम्मेदारो के द्वारा पुआल की कटिया ही दी जाती है और भूसा नहीं दिया जाता है केवल भूसा का दिखावा मात्र किया जा रहा है तथा बेजुबानों के हक का चारा भूसा डाक्टर हो या ग्राम प्रधान तथा सचिव खाकर अपना स्वास्थ्य सुधार कर रहे है तथा बेजुबानों को कैद कर गौ वंशो को पेट भर खाना भी नही दिया जाता । ऐसा प्रतीत हो रहा है कि 2027 के विधानसभा चुनाव तक अगर यही स्थिति रही तो गौवँशो की नस्ल ही जिम्मेदार समाप्त कर देगें।
