मथुरा में अपराधियों पर लगाम लगाने को पुलिस और नगर निगम का प्लान
स्मार्ट सिटी के तहत मथुरा वृंदावन में ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए 20 चौराहे को सीसीटीवी कैमरे और का सिस्टम से लैस किया गया था। सिर्फ सिटी के तहत अब इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से शहर में मुख्य स्थान और निजी भवन पर लगे 1000 सीसीटीवी कैमरा को जोड़ा जाएगा। जिससे क्राइम कंट्रोल करने में सहायता मिलेगी। मथुरा वृंदावन को सुरक्षित शहर बनाने के लिए पुलिस और नगर निगम अब एक नया प्रयोग कर रही है। इसके तहत दोनों शहरों के प्रमुख स्थान और निजी भवनों पर लगे 1000 सीसीटीवी कैमरा को इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। सेफ सिटी योजना के तहत अभी तक 419 कैमरे को इंटीग्रेटेड किया जा चुका है।
*अपराधियों को पकड़ने में होगी आसानी- शहर के 20 चौराहों पर रखी जा रही निगरानी–* नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने बताया कि मथुरा वृंदावन धार्मिक शहर है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन रहता है। श्रद्धालु और स्थानीय निवासी सुरक्षित महसूस कर सके। इसके लिए पूरे शहर में जहां भी प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर या फिर किसी के निजी भवन पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उन सभी को नगर निगम परिसर में बने इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से इंटीग्रेटेड किया जा रहा है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से अभी मथुरा वृंदावन के बीच चौराहे पर निगरानी रखी जा रही है। नगर निगम में बने कंट्रोल रूम में निगम के और ट्रैफिक पुलिस कर्मी 24 घंटे यहां तैनात रहकर चौराहे पर चलने वाले ट्रैफिक पर नजर रखते हैं। अगर कोई वाहन चालक जल्दबाजी या ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है। तो उसे का सिस्टम के माध्यम से वार्निंग दी जाती है। और उसका चालान भी ऑनलाइन किया जाता है। मथुरा में ट्रैफिक नियमों के प्रति वाहन चालक कितने लापरवाह है यह देखने को मिलता है यहां होने वाले चलन से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से 20 चौराहे पर निगरानी के दौरान प्रतिदिन औसतन 1000 से ज्यादा लोग ट्रैफिक नियमों को उल्लंघन करते हुए मिल जाते हैं। जिनका चालान किया जाता है महीने में 25 से 30 हज़ार वाहनों पर चालान किया जा रहा है।