आगरा के दीवानी परिसर में आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत:करीब 6 लाख वादों का किया जा रहा निस्तारण
दोनों पक्ष की आपसी सुलह समझौते से निस्तारण किया जाएगा
आगरा में राष्ट्रीय लोक अदालत शनिवार की सुबह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला जज विवेक संगल ने दीवानी परिसर में उद्घाटन किया। लोक अदालत में निस्तारण के लिए 6 लाख वाद चिन्हित किए गए हैं। जिनका दोनों पक्ष की आपसी सुलह समझौते से निस्तारण किया जाएगा।
दीवानी परिसर में आयोजित की गई लोक अदालत में शनिवार को आपसी सुलह समझौते के आधार पर मुकदमों का निस्तारण करने की प्रक्रिया अभी भी जारी है। जिसमें मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, परिवार न्यायालय, भूमि प्रतितोष अधिकरण, स्थाई लोक अदालत, जिला उपभोक्ता आयोग प्रथम एवं द्वितीय प्री लिटिगेशन से संबंधित मामले रखे गए हैं। राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी, पैनल अधिवक्ता, नामित अधिवक्तागण, पराविधिक सेवकगण, बैंक और फाइनेंस एवं मोबाइल कंपनियों के अधिकारी मौजूद हैं।
उम्मीद है कि उनका मामला यहां पर निपट जाएगा
आगरा के शाहगंज क्षेत्र की रहने वाली 60 वर्षीय सलमा पत्नी बसीर बिजली कनेक्शन से संबंधित समस्या लेकर लोक अदालत में पहुंची। उनका कहना था कि उनके घर की लाइट 10 बार टोरेंट पावर द्वारा काट दी जा चुकी है। हर बार लाइट काटने के बाद जुड़वाने के लिए उन्हें ₹600 का खर्चा देना पड़ता है। जबकि उनकी एक जमीन पर तौफीक नाम के व्यक्ति का चैन का कारखाना था। जिसने व्यावसायिक कनेक्शन लिया था। तौफीक ने बिजली का बिल जमा नहीं कराया तो टोरंट अधिकारी उनके घर की बिजली काट देते हैं। कई बार वह टॉरेंट कार्यालय के चक्कर लगा चुकी है और अब लोक अदालत में आई हैं। उन्हें उम्मीद है कि उनका मामला यहां पर निपट जाएगा।
बिल जमा करने के लिए कई बार हम कार्यालय पर गए
प्रकाश नगर शाहगंज में रवि कुमार पुत्र स्वर्गीय मोहन सिंह की मां राधा अपना बिजली का बिल लेकर लोक अदालत में पहुंची हैं। उनका कहना है कि टॉरेंट ने उनके ऊपर बिजली चोरी करने का दावा किया था। ऐसे में उनका कनेक्शन काट दिया गया। लेकिन बिजली चोरी का जुर्माना और बिल जमा करने के लिए कई बार हम कार्यालय पर गए।
बिजली न होने की वजह से हमें अंधेरे में गुजारा करना पड़ रहा
अधिकारियों का कहना था कि बिजली चोरी का जुर्माना और बिल जमा करने के बावजूद भी आपको कनेक्शन नहीं मिलेगा। अगर बिजली का कनेक्शन चाहिए तो मकान की रजिस्ट्री लेकर आए। राधा ने बताया कि हमारी बस्ती में सालों पुराने मकान हैं। जिनकी कोई भी रजिस्ट्री नहीं है। ऐसे में अब हम टोरेंट के अधिकारियों को रजिस्ट्री की कॉपी कहां से लाकर दें। बिजली न होने की वजह से हमें अंधेरे में गुजारा करना पड़ रहा है।