सत्यनिष्ठा थी अरूणा रघुवंशी की पहचान अरूणा रघुवंशी स्मृति विचार गोष्ठी में जुटे आगरा के गणमान्यजन
आगरा। आगरा की प्रथम महिला रंगकर्मी स्व. अरुण रघुवंशी की पहचान उनकी सत्यनिष्ठा से थी। वे हमेशा अपने कर्तव्य पथ को ही अव्वल नंबर पर रखती थीं। परिवार और समाज के बीच उनका सामंजस्य गजब का था। रविवार को भारतीय जन नाट्य संघ ,(IPTA),आगरा ने,अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, यूथ हॉस्टल में आयोजित अरुण रघुवंशी स्मृति विचार गोष्ठी में शहर के गणमान्य जनों ने यह विचार रखे।
‘भारतीय संविधान के अनुपालन के वर्तमान संदर्भ’ विषयक विचार गोष्ठी का संचालन करते हुए इप्टा के दिलीप रघुवंशी ने अरुणा रघुवंशी के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में जानकारी दी। विचार गोष्ठी के अध्यक्षता कर रहीं ईएसआई हॉस्पिटल की सीएमओ
डॉ. मीना यादव ने उनके साथ बिताए अपने समय की यादें साझा कीं। आगरा कॉलेज की पूर्व प्रचारक डॉ. रेखा पतसारिया, उत्तर प्रदेश महिला फेडरेशन की अध्यक्ष डॉ. निशा राठौर प्रोफेसर नसरीन बेगम, प्रोफेसर ज्योत्सना रघुवंशी ने भी विचार रखे।
अरुणा रघुवंशी स्मृति सम्मान श्रीमती शीला नेल्सन सिंह को दिया गया। प्रियंका मिश्रा, गौरी सिंह, वर्तिका सिंह ने भी विचार रखे। डॉ शशि तिवारी एवं असलम खान ने कविता पाठ किया।होली गायन से आगरा इप्टा के परमानंद शर्मा ने समां बांध दिया। सरला जैन, मनीषा शुक्ला, कुमकुम रघुवंशी, शारदा वर्मा, मनीषा कुलश्रेष्ठ आदि उपस्थित रहे। सहयोग नीरज मिश्रा, सिद्धार्थ रघुवंशी,मुक्ति किंकर,अनिल उपाध्याय, पवन गुप्ता ने दिया। साहित्यकर्मी अनिल शुक्ला, डॉ. जे एस धाकरे, पूरन सिंह, रविन्द्र रघुवंशी, डॉ. अमित नेल्सन सिंह, विशाल रियाज, अनिल शर्मा, रमेश पंडित, डॉ. अरुण राघव, अरुण सोलंकी एडवोकेट, प्रोफेसर सुंदर लाल, पार्थो सेन, भारत सिंह सिकरवार आदि उपस्थित रहे।