
समीर खान
शोहरतगढ़/सिद्धार्थनगर।
डा0 शादाब अंसारी
तहसील शोहरतगढ़़ के नगर पंचायत अन्तर्गत डा0 शादाब अंसारी ने हीट स्ट्रोक से मौत क्यों होती है और बचाव के बारें में बताया कि दिल्ली से लेकर आन्ध्र प्रदेश तक सैकड़ों लोग हीट स्ट्रोक से मर रहे हैं। जब हम सभी धूप में घूमते हैं तो कुछ लोग अचानक हीट स्ट्रोक से क्यों मर जाते हैं? क्योंकि हमारे शरीर का तापमान हमेशा 37°C के आसपास रहता है और इस तापमान पर हमारे सभी अंग ठीक से काम करते हैं। शरीर पसीने के रूप में पानी को बाहर निकालकर 37°C तापमान को बनाये रखता है और पसीना आने के दौरान लगातार पानी पीते रहना बहुत ज़रूरी है। पानी शरीर में कई काम करता है। जब पानी की कमी होती है तो शरीर पसीने के रूप में पानी को बाहर निकालना बन्द कर देता है। जब बाहर का तापमान 45°C से ज़्यादा हो जाता है तो शरीर का कूलिंग सिस्टम बन्द हो जाता है, जिससे शरीर का तापमान 37°C से ऊपर हो जाता है। जब शरीर का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो रक्त गर्म होने लगता है और रक्त में मौजूद प्रोटीन पकने लगते हैं (ठीक वैसे ही जैसे उबलते पानी में अण्डा पकता है)। नसें सख्त होने लगती हैं और सांस लेने के लिए ज़रूरी नसें भी काम करना बन्द कर देती हैं। पानी की कमी से रक्त गाढ़ा हो जाता है, रक्तचाप कम हो जाता है और महत्वपूर्ण अंगों (विशेष रूप से मस्तिष्क) में रक्त की आपूर्ति बन्द हो जाती है। व्यक्ति कोमा में चला जाता है और अंग एक-एक करके काम करना बन्द कर देते हैं, जिससे कुछ ही समय में मृत्यु हो जाती है। गर्मियों में ऐसी आपदाओं से बचने के लिए लगातार थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहें और सुनिश्चित करें कि शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पर बना रहे।
विषुव घटना :
विषुव घटना अगले 5-7 दिनों में एशिया के अधिकांश हिस्सों को प्रभावित करेगी।
👉इसलिए दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच जितना सम्भव हो सके घर के अन्दर, कमरे या दफ़्तर में रहने की कोशिश करें।
👉तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा, जिससे निर्जलीकरण और हीट स्ट्रोक हो सकता है।
👉यह परिवर्तन इसलिए होता है क्योंकि सूर्य भूमध्य रेखा पर सीधे चमक रहा होता है।
👉प्रतिदिन कम से कम 3 लीटर पानी पीकर निर्जलीकरण को रोकें। किडनी की बीमारी वाले लोगों को प्रतिदिन कम से कम 6 से 8 लीटर पानी पीना चाहिए।
👉रक्तचाप पर नज़र रखें। हीट स्ट्रोक से कोई भी पीड़ित हो सकता है।
👉ठण्डे पानी से नहायें। मांस का सेवन कम करें या न करें।
अपने आहार में फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ायें।
👉हीटवेव कोई मज़ाक नहीं है।
👉एक अप्रयुक्त मोमबत्ती को बाहर रखें, अगर यह पिघलती है, तो यह गम्भीर स्थिति का संकेत है।
👉नमी बनाये रखने के लिए बेडरूम और अन्य कमरों में पानी से भरे दो आधे भरे खुले कन्टेनर रखें।
👉आप तुर्की तौलिये को गीला करके अपने कमरे में लटका भी सकते हैं।
👉अपने होठों और आँखों को नम रखने की कोशिश करें।
