
गौशाला सँचालको को लेनी चाहिए सीख
मुख्य विकास अधिकारी भी गौशाला का ले चुके है जायजा
बाँदा । सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास को हासिल कर लेने के दम पर जीरो टालरेंस की नीति फर काम करनेवाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश मे दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाकर सत्ता मे काबिज हुयी है।प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अन्ना गौवँशो के सँरक्षण एवँ सँवर्धन हेतु स्थाई एवँ अस्थायी गौशालाओं का निर्माण कराकर गौवँशो की सुरक्षा हेतु बेहतर कदम उठाया था तथा सरकार द्वारा करोडो रूपये का बजट अन्ना गौवँशो के लिए सरकार द्वारा दिया जाता है।परन्तु कुछ गौशालाओं मे जिम्मेदारो ने गौवँशो के हितो को दरकिनार कर गौशालाओं को अपने निजी जीविकोपार्जन का साधन बना लिया है तथा जानवरों के हक मे डाका डाल कर जानवरो को भूँख प्यास से दम तोडवा रहे है एवँ सडक दुर्घटनाओं की शिकार भी गौवँश हो रहे है। गौशालाओं का दुखडा एवँ सडक दुर्घटना की खबरे आये दिन मीडिया की सुर्खियों मे छायी रहती है। परन्तु जिम्मेदारो के कानो मे मजाल क्या कि जूँ तक रेँग जाये ये हमारे प्रदेश के बुन्देलखण्ड के बाँदा गौशालाओं की स्थिति है तथा रोडो पर खुलेआम विचरण करते हुये गौवँश देखे जा सकते है।
परन्तु दूसरी तरफ एक तस्वीर ऐसी भी है जहां पर गौवँशो के प्रति पूरी निष्ठा भाव से सेवा की जा रही है। आपको बताते चले की उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश की सीमा से सटे जनपद के नरैनी ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम पँचायत बरछा डँडियाँ मे चल रही अस्थायी गौशाला जिसका सँचालन व देखरेख ग्राम प्रधान स्वतः नरेन्द्र कुमार पटेल द्वारा किया जाता है तथा प्रतिदिन सुबह दोपाहर शाम अपने निगरानी मे गौवँशो को हरा चारा भूसा खली गुड आटा खिलाते है। सभी गौवँश एवँ बच्चे पूर्णतया स्वस्थ देखने को मिलेगे । ग्राम प्रधान ने बताया कि गौवँशो से निकलने वाले दूध एवँ खाद से कर्मचारियों का खर्च भी आराम से चल जाता है तथा स्टाँक मे पर्याप्त मात्रा मे भूसा भी रखा हुआ है एवँ घास भी बोई गयी है जिसके सेवन करने से जानवर पूर्णतया तन्दुरुस्त मिलेगे। तथा गौवँशो के गोबर से खाद भी बनाई जाती जो खेतो के हो जाती है।
इस गौशाला का जायजा पूर्व मे मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या भी कर चुके है तथा उन्होंने भी व्यवस्था देखकर काफी खुश हुये थे तथा ग्राम प्रधान के कार्य को देखकर प्रसन्नता जाहिर की थी।
