गुलेन्दा ग्राम पंचायत में जमकर हुआ भ्रष्टाचार
प्रधान की चहेती फर्म के नाम फर्जी भुगतान, प्रधान व सचिव ने किया सरकारी धन का बंदरबांट, जाँच की मांग
ललितपुर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है वहीं भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए लाख दावे करते हुए नजर आ रही है लेकिन सरकार के यह सारे दावे जनपद ललितपुर के विकासखंड तालबेहट की ग्राम पंचायत गुलेंदा में खोखले साबित हो रहे हैं अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से लाखों का बंदरबांट किया जा रहा है भले ही सरकार ग्राम पंचायतो को करोड़ों रुपए का बजट दे रही है,लेकिन पंचायत अफसर की कमीशन खोरी के चलते निधियां के बजट को न्यारा प्याला किया जा रहा है, विकास के लिए भेजे गए धन का सही उपयोग प्रधान व सचिवों ने नहीं किया गांव के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि किसी अधिकारी द्वारा गांव में निष्पक्ष तरीके से जांच कराई जाए तो पूरा मामला खुलकर सामने आ जाएगा गांव का विकास हो गांव के लोगों को छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर परेशान ना होना पड़े इसके लिए ग्राम पंचायत को धन दिया गया और तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, लेकिन गांव के लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है, प्रधान व सचिव ऐसे लोगों को लाभ दे रहे हैं जो उनके करीबी हैं इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है, और गांव में कराए गए कार्यों की निष्पक्ष कराने की मांग उठाई जा रही है,ग्राम पंचायत में अवंती बाई अमृत सरोवर,पेबर ब्रिक्स, हेड पंप मटेरियल,शौचालय और आवास के नाम लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है, ग्रामीणो ने निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है।
