बाँदा। पूरे जनपद मे इस समय राजमार्ग व स्टेट मार्गों पर केवल लावारिस गौवँशो का ही कब्जा है आने जाने वाले वाहनो को अपनी गाडियों से उतरकर हाँकना पड रहा है तब कहीं वाहन निकल पाते है ये स्थिति हर गाँव के सामने से गुजरने वाली सडक मे मौजूद है आप चाहे बाँदा चित्रकूट नेशनल हाईवे हो या बाँदा मुख्यालय से कालीँजर मार्ग हो या मुख्यालय से बेँदा पुल तक व चाहे जनपद कि चिल्ला बार्डर व बाँदा विसँडा एवँ बबेरू तक की बात हो आपको हर जगह रास्ते मे जानवर जरूर बैठे मिलेंगे अगर आप सावधानी पूर्वक सीमित रफ्तार अथवा साईकिल की स्पीड से नही चल रहे तो ये.निश्चित ही समझ लीजिए कि जानवरों की चपेट मे आकर आप दुर्घटना के शिकार ह़ो सकते है । आये दिन दुर्घटनाओ की खबरें मीडिया की सुर्खियों मे छायी रहती है। ऐसी स्थिति मे इन्सान एवँ जानवर भी चोटहिल होकर जान गँवा बैठते है एवँ कई परिवार बेसहारा हो चुके है। ऐसा भी नही है कि उन रास्तो से जनपद के आलाधिकारी / जनप्रतिनिधि नही गुजरते सभी निकलते है। लेकिन पता नही है कि ये अपनी आँखों मे कौन से नँबर का चश्मा चढा कर बँद गाडियों से गुजर जाते है उनको लावारिस जानवर दिखाई भी नही पडते। इसे अपने जनपद का सौभाग्य कहूँ या दुर्भाग्य कहूँ जो आया लूटा डमरू बजाया निकल लिया जनपद की जनता समस्याओं की पोटली सर मे लिए आज भी ढो रही है कोई समस्याओं की पोटली उठाने वाला नही आया।
आज इसी क्रम मे नरैनी तहसील /विकास खँड नरैनी अन्तर्गत हृदय विदारक घटना ऐसी घटी कि गौवँश प्रेमियों के दिलो को झकझोर करके रख दिया बताते चले कि थाना कालीँजर अन्तर्गत स्टेट हाईवे बाबा के ढाबा के पास बैठे हुए लावारिस गौवँशो को किसी अज्ञात वाहन ने पाँच जानवरो को कुचलकर रख दिया जिस वजह से वह काल के गाल मे असमय समा गये। इस वीभत्स घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने नरैनी निवासी गौवँश प्रेमी सोनू करवरिया को दी गयी ये घटना जिले मे आग की तरह फैली तो जिलाधिकारी ने सँज्ञान मे लेते हुए नरैनी एसडीएम व नायब तहसीलदार को निर्देशित किया तो जिम्मेदारो ने मौके पर पहुंच कर डाक्टरों की टीम के साथ ग्राम प्रधानों की मदद से जेसीबी मँगाकर सम्मान पूर्वक अन्तिम सँस्कार करवाया। परन्तु इस घटना से सीख लेकर इस जानलेवा समस्या का जिम्मेदार निस्तारण करे।