सिद्धार्थनगर । संत निरंकारी मिशन से आयोजित मुक्ति पर्व कस्बा के शेखनगर में धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि महराजगंज की मुखी विमला देवी ने कहा कि मिशन को ऊंचाई तक पहचाने के लिए पिलर का कार्य करने वालो में तमाम गुरु हुए। जिसमे सज्जन सिंह का पहला नाम आता हैं।
सतगुरु सज्जन सिंह ने पांच सिद्धांत को लेकर आए। जो अब निरंकारी मिशन का पांच प्रण हो गया हैं। लाभ सिंह महाराज हैं। निरंकारी राज माता कुलवंत कौर, प्रेम ममता वात्सल्य की प्रतिमूर्ति थी। सभी गुरु परमात्मा को जानने के लिए ज्ञान को हर व्यक्ति तक पहुचाने का कार्य किया। यह मिशन सभी धर्मो से सम्बंधित एक आध्यात्मिक विचार धारा हैं। सबके मनो में सवाल उठना चाहिए कि हम कौन हैं किस लिए यहा जन्म लिए हैं। जिसका उत्तर इस कोई सच्चा गुरु ही दे सकता है। जो संसार की भलाई के लिए कार्य करता हैं। सत गुरु आते हैं इस जग में सभी को सुख देने के लिए। हमारे जीवन मे ऐसे सतगुरु का आगमन हुआ है। जो ज्ञान हमे मिली हैं उसके बदले एक जन्म नही लाखो जन्म को ले ले तो इसके कर्ज से मुक्ति नही मिल सकती हैं। जो ज्ञान हमे सरलता से मिलता है उसका मोल कोई क्या जाने। गुरु शरीर नही तत्व होता है। जो समस्त ब्रह्मांड का शक्ति होता हैं। संचालन सुमन ने किया।
इस अवसर पर मुखी डा राजा राम यादव, पूर्व विधायक विजय पासवान, सुनील श्रीवास्तव, राम औतार मौर्या, राम प्यारे, मनीष कुमार, शांति देवी, साधना देवी, किरन श्रीवास्तव सहित तमाम लोगो ने भी विचार रखे।