सरकार के द्वारा व मौजूदा ट्रेड यूनियन के मिलीभगत से कर्मचारियों के ऊपर यूनाईट प्रेशर स्कीम (UPS) थोपा गया- जोनल अध्यक्ष अमरजीत प्रसाद
आज यांत्रिक कारखाना पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर में स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन (SRBKU) के तत्वावधान में एकीकृत पेंशन योजना (UPS), NPS, निजीकरण, आउटसोर्सिंग एवं कर्मचारियों के ज्वलंत समस्याओं को लेकर इंटर कम्युनिकेशन गेट के समक्ष विशाल आम सभा का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
आम सभा को संबोधित करते हुए srbku कारखाना मंडल अध्यक्ष कैलाश विश्वकर्मा ने कहा कि यह दौर बदलाव का है ट्रेड यूनियन में नौजवानो के नेतृत्व को SRBKU कर रही है। उपाध्यक्ष मोहम्मद मेराज ने कहा कि हम कर्मचारियों के समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है Nps के खिलाफ चल रहे आंदोलन का हम लोग हिस्सा रहे हैं। इसी क्रम में कोषाध्यक्ष दिनेश यादव ने कहा कि जिस तरह से हमने सरकार के ऊपर दबाव बनाया हुआ है वैसे हमें रेलवे को निजी हाथों में जाने से बचाने के लिए संघर्ष करना होगा।
आखिरी में srbku के जोनल अध्यक्ष अमरजीत प्रसाद ने विस्तार से यूनियन के द्वारा कराये गये कर्मचारी हित में कामों को प्रस्तुत किया। इसके बाद सरकार के द्वारा लांच एकीकृत पेंशन योजना (UPS) पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब सरकार और सरकार की पूरा तंत्र UPS के संभावित लाभ प्रस्तुत करने में लगा हुआ है और सरकार के सुर में सुर मिलाते हुए मान्यता प्राप्त यूनियन कर्मचारियों को रिझाने में लगा हुआ है यह इस तरह से यह पेंशन का रूप न होकर एकजुट दबाव योजना के रूप में प्रतीत हो रहा हैं। हमारी मांग सिर्फ पुरानी पेंशन है इससे इतर कुछ भी नहीं। कर्मचारी वर्ग यह कतई मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि एकीकृत पेंशन योजना हमारे लाभ के लिए है। क्योंकि जब NPS 2004 में लागू हुआ उस समय यही मान्यता प्राप्त यूनियने nps के गुणगान गा रहे थे और फिर धीरे धीरे इसके दुष्प्रभाव कर्मचारियों पर पड़ने लगा और नौजवान कर्मचारी इसके खिलाफ प्रखर होकर बोलने लगे। इसलिए एकीकृत पेंशन योजना को सरकार अविलंब रद्द करके पुरानी पेंशन योजना को लागू करना चाहिए। तभी रेल और रेलवे कर्मचारियों का भला होगा। इसीलिए पुरानी पेंशन के लिए संघर्ष कर रहे SRBKU को मजबूत एवं ताकत प्रदान करे ताकि सभी का भविष्य सुरक्षित रहे। कार्यक्रम का संचालन दीपक यादव एवं शैलेष कुमार ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मिर्जा बेग, अजय निषाद, अश्वनी कुमार, जीतेंद्र साहनी, जीतेंद्र यादव, बैजनाथ शर्मा, अमरनाथ राय, संजय कुशवाहा, राजू कुमार, रंजीत राव कर्ण कुमार, रितेश कुमार, कर्ण कुमार, अरुण कुमार एवं अन्य सैकड़ों कर्मचारीगण।