पुरानी पेंशन सहित कई मांगों को लेकर एक मई को शिक्षक देंगे धरना
शुभम पैराडाइज होटल में हुई बैठक में बनी रणनीति
सिद्धार्थनगर – जिले के शिक्षकों ने अपनी कई महत्वपूर्ण मांगों को लेकर एक मई को बीएसए कार्यालय पर धरना देने का फैसला किया है। यह धरना उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर किया जा रहा है।
धरने की तैयारी और रणनीति बनाने के लिए जिला कार्यकारिणी की बैठक शुभम पैराडाइज होटल में हुई। बैठक में सभी ब्लॉक अध्यक्ष, मंत्री, कोषाध्यक्ष और संघर्ष समिति के पदाधिकारी शामिल रहे।
मुख्य मांगे क्या हैं?
शिक्षकों की प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन बहाली सबसे अहम है। संघ का कहना है कि विशिष्ट बीटीसी 2001 व 2004 बैच के साथ-साथ ऐसे शिक्षक जिनकी नियुक्ति 1 अप्रैल 2005 के बाद हुई लेकिन विज्ञापन इससे पहले निकला था, उन्हें पुरानी पेंशन का लाभ मिलना चाहिए।
इसके अलावा अन्य प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- शिक्षकों को समय से पदोन्नति और प्रोन्नत वेतनमान मिलना चाहिए।
- गर्मी को देखते हुए स्कूल का समय बदला जाए।
- जिले के अंदर प्रधानाध्यापक (प्राथमिक विद्यालय) और सहायक अध्यापक (पूर्व माध्यमिक विद्यालय) का परस्पर तबादला संभव हो।
- शिक्षकों के सामान्य तबादले में पारदर्शिता हो और एक जिले से दूसरे जिले में परस्पर तबादले में वरिष्ठता को 50 प्रतिशत अंक दिए जाएं।
अन्य समस्याएं और मांगें
संघ के मंत्री योगेंद्र पांडेय ने बताया कि आकांक्षी जिलों के शिक्षकों को भी सामान्य तबादले का लाभ मिलना चाहिए। साथ ही मानव संपदा पोर्टल में बदलाव की जरूरत है।
बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के नियमों में ढील दी जाए ताकि नामांकन प्रक्रिया आसान हो सके।
दिव्यांग शिक्षकों को वाहन भत्ता की बढ़ी हुई राशि जल्द दी जाए।
बर्डपुर बीइओ के खिलाफ कार्रवाई और जिले की अन्य समस्याओं को भी धरने में उठाया जाएगा।
क्या होगा धरने में?
संघ के जिलाध्यक्ष राधेरमण त्रिपाठी ने बताया कि एक मई को शिक्षक बीएसए कार्यालय पर एकत्र होकर धरना देंगे और जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे।
यह धरना शिक्षकों की एकजुटता और उनके हक की लड़ाई को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। सभी शिक्षकों से इस धरने में भाग लेने की अपील की गई है ताकि उनकी आवाज शासन तक पहुंचे और उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जा सके।
