अयोध्या मास्टर प्लान 2031: धार्मिक नगरी से विश्व स्तरीय पर्यटन हब बनने की ओर अयोध्या का सफर
अयोध्या। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या को एक विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके लिए सरकार ने अयोध्या मास्टर प्लान 2031 को लागू करना शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत अयोध्या का न केवल भौगोलिक विस्तार किया जा रहा है, बल्कि इसे एक आधुनिक, स्मार्ट और सुव्यवस्थित शहर के रूप में भी विकसित किया जा रहा है।
343 गांव होंगे शामिल, क्षेत्रफल में बड़ी बढ़ोत्तरी
अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार किए गए मास्टर प्लान के दूसरे चरण में अब अयोध्या, गोंडा और बस्ती जिलों के 343 गांवों को शामिल किया गया है। इनमें गोंडा जिले के 126 गांव, अयोध्या के 154 गांव और बस्ती जिले के कई गांव शामिल हैं। इसके बाद योजना का क्षेत्र 873 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया है। पहले चरण में यह योजना 133 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सीमित थी, जिसमें अयोध्या नगर निगम और उसके आस-पास के 65 गांव शामिल थे।
सरयू किनारे बसे गांव बनेंगे पर्यटन हब
सरयू नदी के किनारे बसे गांवों को विशेष रूप से योजना में शामिल किया गया है। सरयू से लगे 8 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
नवाबगंज और भदरसा को भी किया गया शामिल
योजना के तहत गोंडा जिले की नवाबगंज पालिका परिषद और अयोध्या जिले की भदरसा नगर पंचायत को भी अयोध्या विकास प्राधिकरण में शामिल किया गया है। इससे इन क्षेत्रों में भी बुनियादी ढांचे का विस्तार होगा और शहरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
14 लाख की आबादी को ध्यान में रखकर बनाई गई योजना
अयोध्या मास्टर प्लान 2031 को अब लगभग 14 लाख की अनुमानित आबादी को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसमें स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम, हरित क्षेत्र, ई-गवर्नेंस, आधुनिक परिवहन व्यवस्था, किफायती आवास योजनाएं और पर्यटन सुविधाएं शामिल की गई हैं।
कैबिनेट से जल्द मिल सकती है मंजूरी
अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार किए गए इस विस्तारित प्रस्ताव को राज्य सरकार के पास भेज दिया गया है। उम्मीद है कि इसे जल्द ही कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिल जाएगी। मंजूरी मिलने के बाद अयोध्या में विकास कार्यों की गति और तेज कर दी जाएगी।
धार्मिक नगरी से आधुनिक शहर बनने की दिशा में बड़ा कदम
सरकार का उद्देश्य अयोध्या को केवल एक धार्मिक स्थल न रखकर, इसे एक स्मार्ट सिटी, पर्यटन केंद्र और आर्थिक गतिविधियों के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना है। इस योजना के तहत अयोध्या को एक ऐसा शहर बनाया जाएगा जो धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक जीवनशैली का संगम होगा।
अयोध्या मास्टर प्लान 2031 के तहत हो रहा यह व्यापक विस्तार न केवल शहर के भविष्य को नई दिशा देगा, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान भी दिलाएगा। अयोध्या अब सिर्फ एक धार्मिक धाम नहीं, बल्कि एक स्मार्ट, सुव्यवस्थित और विश्व स्तरीय नगरी के रूप में उभरेगा।
