
मुकदमे वापस लेने को पीड़ित पर बनाया जा रहा दबाव, दी जा रही जान से मारने की धमकी
-गैंगस्टर में निरुद्ध आरजकतत्व पुत्रवधू को अपने जाल में फंसाकर निबोहरा पुलिस से सांठ-गांठ कर करा रहे फर्जी शिकायतें
-पीड़ित ने पुलिस अधिकारियों से की पूरे गैंग की शिकायत, कार्यवाही कर परिवार सहित जान माल की जाए सुरक्षा
आगरा। योगी सरकार में समाज में सम्मानित कानून विश्वास रखने वाले तथा पेशे से पत्रकार पीड़ित को उसकी पुत्रवधू अराजकतत्वों के साथ जोकि गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध है मिलकर पीड़ित को मुकदमे वापस लेने और राजीनामा करने के लिए धमकाया जा रहा है। फर्जी मुकदमों में फंसाने की और परिवार सहित जान से मारने की धमकियां गैंग बनाकर दी जा रही है। पीड़ित का कहना है कि गैंगस्टर में निरुद्ध अराजक तत्वों द्वारा निबोहरा थाना पुलिस को गुमराह कर उनसे सांठ-गांठ कर फर्जी मुकदमों में फंसने की धमकी दी जा रही है। इसके अलावा सीधे-साधे सम्मानित व्यक्ति को सोशल मीडिया के माध्यम से उल्टी-सीधी झूठी बातें लिखकर बदनाम किया जा रहा है जिससे उसकी प्रतिष्ठा को सामाजिक क्षति पहुंच रही है। मानहानि हो रही है। पीड़ित और पीड़ित का परिवार इनकी धमकियों से भयभीत है। पूरी जानकारी से पुलिस अधिकारियों को अवगत करा दिया है तथा उनसे आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
मामले के अनुसार पीड़ित वीरेन्द्र सिंह पुत्र सीताराम निवासी ग्राम पैंतीखेडा, थाना डौकी, जिला आगरा का रहने वाला है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की है कि प्रार्थी के पुत्र हेमेश की पत्नी राजकुमारी पुत्री साहब सिंह निवासी वाजिदपुर, थाना डौकी आये दिन प्रार्थी के खिलाफ झूठी तहरीर दिया करती है। विपक्षी राजकुमारी के सम्बन्ध अपराधी किस्म के व्यक्तियों से हैं जिनके गम्भीर प्रकृति के (गैंगस्टर) मुकदमे सत्र न्यायालय आगरा में विचाराधीन हैं। जिनके नाम क्रमशः बाबू उर्फ ताराचन्द पुत्र भगवान सिंह निवासी वाजिदपुर थाना डौकी, महेशचन्द्र पुत्र ग्याप्रसाद, निवासी कौलारा कलां थाना डौकी के हैं। विपक्षी राजकुमारी के विरूद्ध भी अ0सं0 163/2023 थाना डौकी अं०धारा- 406 आई०पी०सी० 67 आईटी एक्ट माननीय न्यायालय फतेहाबाद में विचाराधीन है। जिसमें वादी की पुत्री काजल एफआईआर कर्ता है। इन मुकदमों में राजीनामा का दबाव बनाने हेतु भांति-भांति की झूठी तहरीर थानों में दिया करती है। विपक्षी राजकुमारी ने एक झूठी तहरीर थाना निबोहरा में दी है।
प्रार्थी आरोप है कि उसको सम्बन्धित थाने की पुलिस बेवजह तंग व परेशान कर रही है और कई बार विपक्षी ने प्रार्थी को धमकी दी है। मुकदमे में राजीनामा कर ले नहीं तो तुझे व तेरे परिवार को जान से मरवा देंगे। आये दिन राजकुमारी अपराधी किस्म के व्यक्तियों से मोबाइल फोन के द्वारा अभद्रता बरतंते हैं, तथा जान से मारने की धमकी भी देते हैं। वीरेंद्र कुमार ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि इस पूरे मामले की न्यायहित में सही जांच किया जाना अति आवश्यक है। झूठी तहरीर की सही जांच कर निस्तारण किया जाए तथा आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही की जाए।
