अयोध्या:—–
*सनबीम कांड में स्कूल के आठ छात्र-छात्राओं समेत 32 से हुई पूंछताछ*
मनोज तिवारी ब्यूरो प्रमुख अयोध्या
सनबीम स्कूल में 10वीं की छात्रा के मौत प्रकरण में एसआईटी लगातार आरोपियों से पूंछताछ कर रही है। सिर्फ एक ही सवाल बार-बार आरोपियों से पूछा जा रहा है कि छात्रा की मौत होने तक परिजनों और पुलिस को क्यों गुमराह कर रखा था? सात घंटे तक छात्रा के छत से गिरने वाली बात छुपा कर क्यों पुलिस और प्रशासन को झूला झुलाया जा रहा था। इन सवालों का जवाब देने में तीनों ही आरोपियों के पसीने छूट जा रहे हैं। उधर, बुधवार को एक बार फिर एसआईटी स्कूल पहुंच गई। घंटों जांच-पड़ताल करने के बाद छात्रा के ही साथ पढ़ने वाले आठ विद्यार्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। पुलिस के मुताबिक विद्यार्थी, अध्यापक व स्कूल स्टाफ समेत 32 लोगों का बयान दर्ज किया गया है।
पोस्टमार्टम और एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद अब एसआईटी ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि कभी तीनों मुख्य आरोपियों को साथ व कभी अलग-अलग बैठाकर पूंछा जा रहा है कि आपने छात्रा के स्कूल छत से गिरने वाली बात क्यों छिपाई। घटना के तुरंत बाद क्यों पुलिस को सूचित नहीं किया। छात्रा को सरकारी अस्पताल न ले जाकर क्यों निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। आरोपी अभी भी इन सवालों का जवाब देने में अटक रहे हैं। गौरतलब है कि 26 मई को छात्रा स्कूल की बिल्डिंग से सुबह 09:39 पर गिरी थी। उसके गिरते ही स्कूल प्रशासन उसे निजी अस्पताल ले गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। दोपहर तीन बजे के करीब छात्रा की मौत हो गई थी। शाम तक स्कूल प्रशासन यह बताता रहा था कि छात्रा की मौत झूले से गिरकर हुई थी, लेकिन उस दिन देर शाम को वायरल हुए वीडियो ने स्कूल प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया।