* शोहरतगढ़ के मड़वा गांव में मनरेगा के तहत हुए कार्य का मामला
* क्षेत्र पंचायत की ओर से कराया गया है काम
* मस्टरोल पर एक भी मजदूर का हस्ताक्षर नहीं
अभिषेक श्रीवास्तव
शोहरतगढ़़/सिद्धार्थनगर
जिले में मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों का खाली मस्टरोल पर भी भुगतान हो जा रहा है। यहां मस्टर रोल पर मजदूरों के न तो हस्ताक्षर की जरूरत है और न ही अंगूठे के निशान का। शोहरतगढ़ क्षेत्र के मड़वा ग्राम पंचायत में क्षेत्र पंचायत की ओर से केंद्र वित्त व राज्य वित्त से कराए गए कामों में यह मामला सामने आया है। इसमें खाली मस्टरोल पर लाखों का भुगतान कर दिया गया है।
दरअसल वित्तीय वर्ष 2022-23 में शोहरतगढ़ क्षेत्र के मड़वा गांव में गुड्डू के बगीचे से रोहित के खेत तक 450 मीटर नाली मरम्मत कार्य दिखाया गया है। इस कार्य के लिए 6.96 लाख रुपये स्वीकृत किये गये थे। इसमें से
1.24 लाख रुपये मजदूरी व 5.72 लाख रुपये सामग्री पर खर्च किया जाना था । मस्टरोल पर इस काम को करने में 25 मजदूरों को दिखाया गया है। इसमें सामग्री पर 524893 रुपये व मजदूरी के रूप में 110556 रुपये भुगतान भी कर दिया गया है पर मास्टर रोल पर न तो किसी मजदूर के अंगूठे का निशान है और न ही हस्ताक्षर। मसलन खाली मास्टर रोल पर भुगतान कर दिया गया है।
वहीं अक्तूबर में भुगतान हुआ है। शोहरतगढ़ क्षेत्र के मड़वा गांव में हुये काम का भुगतान अक्तूबर 2022 में हुआ है। उस समय वहां की बीडीओ संगीता यादव अवकाश पर थीं। बढ़नी के बीडीओ संजय वर्मा को शोहरतगढ़ का चार्ज मिला था। प्रभारी बीडीओ के पास वित्तीय चार्ज नहीं होता है अगर उसे वित्तीय पावर का इस्तेमाल करना है तो उच्चाधिकारियों से अनुमति लेनी होती है। तत्कालीन प्रभारी बीडीओ ने बिना अधिकारियों से अनुमति लिये ही भुगतान कर दिया जबकि भुगतान तिथि के एक दिन बाद ही वहां की बीडीओ संगीता यादव को अवकाश से वापस आना था। वहीं विकास खण्ड अधिकारी शोहरतगढ़ कृतिका अवस्थी ने बताया कि अभी मैं यहां नई आयी हूॅ। मामले की जानकारी नहीं है। मामले को अपनी जानकारी में लेती हूॅ। दूसरी तरफ मुख्य विकास अधिकारी जयेंद्र कुमार ने बताया कि शोहरतगढ क्षेत्र के मड़वा गांव में खाली मस्टरोल पर भुगतान 66 की जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराएंगे।