
सरताज आलम
शोहरतगढ़़/सिद्धार्थनगर
विकास क्षेत्र बढ़नी में इस समय मनरेगा योजना मिल-बांट कर खाने का माध्यम बना हुआ है। उदाहरण के तौर पर विकास क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़रिया में गुरुवार को आनलाइन एक आईडी पर कार्य चल रहा है। जिसके लिये कुल 57 मजदूरों का एएमएमएस के तहत हाजरी लगवायी गयी थी। लेकिन मौके पर मात्र दस मजदूर कार्य करते मौजूद रहें। ज्ञातव्य हो कि शासन स्तर से मनरेगा योजना में लूट खसोट रोकने के लिये आनलाइन हाजरी लगाकर सीधे मजदूरों के खाते में मजदूरी भेजी जाती है। इस बर्ष से सरकार ने प्रतिदिन मजदूरों की आनलाइन हाजरी भी लगायी जा रही है। बावजूद इसके विभागीय जिम्मेदार गांव के अपने चाहतों की सिर्फ हाजिरी लगाकर बिना काम कराये उनके खातों में मजदूरी भिजवाने का कार्य चल रहा है। जिसे बाद में मिल-बांट कर हजम कर लिया जाता है। जानकारों की माने तो मिट्टी का कार्य मनरेगा योजना के तहत धरातल पर लगभग 15 फीसद ही काम पाता है। जो भी हो ग्राम पंचायत पड़रिया में तीन दिन से कार्य कर रहे सात मजदूरों की माने तो ग्राम पंचायत पड़रिया में उत्तर तरफ पोखरा-खुदाई अमृत सरोवर कार्य किया जा रहा है। लोगों के अनुसार जब से काम शुरू हुआ है, इतने ही लोग कार्य कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में प्रभारी एडीओ पंचायत व सचिव अनुपम सिंह ने बताया कि मौके पर हमारे द्वारा जांच किया गया तो मौके पर पन्द्रह मजदूर मौजूद रहे। अगर हाजिरी अधिक लोगों की लगायी गयी तो कार्यवाही किया जायेगा।
