शोहरतगढ़ पूर्ति निरीक्षक कोटेदार का करते हैं शोषण
* स्टाक सत्यापन के नाम पर वसूला जाता है मोटा रकम
इसरार ख़ान
शोहरतगढ़़/सिद्धार्थनगर
तहसील शोहरतगढ़़ में तैनात पूर्ति निरीक्षक को शोहरतगढ़ एंव बढनी ब्लाक का चार्ज एवं दो नगर पंचायत का भी चार्ज दिया गया है। पूर्ति निरीक्षक की कार्य प्रणाली हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है अभी हाल ही में भनवापुर के पूर्ति निरीक्षक इंद्रजीत यादव स्टॉक रजिस्टर के सत्यापन के नाम पर मोटा रकम वसूली कर रहे थे उन्हें रंगे हाथ विजिलेंस टीम ने धर दबोचा था 7 कुछ दिनों तक पूर्ति निरीक्षक द्वारा स्टाक सत्यापन पर रकम नहीं लिया गया। अब स्टाक सत्यापन के नाम पर मोटा रकम लिया जाता है, क्रिया कलाप में बदलाव होते रहते हैं उचित दर विक्रेताओं का जमकर शोषण किया करते हैं जिससे उचित दर विक्रेताओं में आक्रोश व्यापक है। ज्ञातव्य हो कि पूर्ति निरीक्षक कि इस जिले में एक दशक से तैनाती बतायी जाती है, सूत्रों की मानें तो इन्होंने अच्छी रकम कमा कर मोटी रकम बना ली है और शान शौकत, बढ़ गयी है जो उचित दर विक्रेता आनाकानी करता है उसको खुला चैलेंज देते हैं। आपके दुकान को चेक कर लिया जायेगा और आप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर दी जायेगी। जिससे उचित दर विक्रेता डरे एवं सहमें रहते हैं। सूत्रों की माने तो एक माह की कमाई लाखों रुपया बतायी जाती है। इनकी एक दिन का खर्च लगभग 5000 रुपया तक बताया जाता है। एक समाजसेवी द्वारा पूर्ति निरीक्षक से पूछा गया कोटेदारों का शोषण क्यों इतना करते हैं, तब उन्होंने कहा कि हर माह जिले पर चन्दा देना रहता है, यह सब डीएसओ से पूछे ? वहीं पूर्ति निरीक्षक जय नारायण ने बताया कि “जो भी वसूली करता हूं डीएसओ के जानकारी में रहता है।”