
सरताज आलम
सिद्धार्थनगर
पुलिस द्वारा मारपीट कर रुपये छीनने के मामले में विधायक शोहरतगढ़़ विनय वर्मा ने कहा है की हम पुलिस की ऐसी किसी भी कृत्य की निन्दा करता हूँ। पुलिस शान्ति व्यवस्था के लिये है, मारने-पीटने के लिये नहीं। बुधवार को पुलिस अधीक्षक से चर्चा हुई है, मामले में क्षेत्राधिकारी स्तर पर जांच चल रही है, जांच रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है। जनता की सेवा करना हमारा प्रथम कर्त्तव्य है। मेरे विधानसभा अन्तर्गत यदि पुलिस जमीनीं विवाद के मामले में कहीं भी जाये तो उसके साथ राजस्व विभाग का अधिकारी होना चाहिए। जब हर मामले में नागरिकों को पुलिस की आवश्यकता रहती है, लेकिन बड़ी जिम्मेदारियों वाली पुलिस व्यवस्था में जनपदवासियों को पुलिस की कार्यशैली में सुधार चाहिए।
पुलिस को लाभ-हानि के खेल में न फंसते हुये न्याय की अवधारणा को बढाने की जरूरत है। विधायक शोहरतगढ़़ विनय वर्मा ने मामले का संज्ञान लेते हुये बुद्धवार को पुलिस लाईन में जिले के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनन्द के साथ हुई बैठक में चर्चा कियें। जनपद के अंदर क़ानून-व्यवस्था व प्रशासन के सकारात्मक क्रियाकलापों पर चर्चा-परिचर्चा हुई। बैठक एवं भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री बांसी विधानसभा के विधायक जय प्रताप सिंह, विधायक श्यामधनी राही, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि उपेन्द्र सिंह, सांसद प्रतिनिधि एस0 पी0 अग्रवाल साथ रहें। ज्ञातव्य हो कि कठेला समय माता थानाक्षेत्र के कठेला गर्वी के अहिरौला टोला निवासी मसहूद अहमद ने बीते गुरुवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर कठेला समय माता थाने में तैनात दो सिपाहियों रामसेवक यादव व सत्यवेदी सिंह पर मार-पीट कर सिर फोड़ने और उनके 50 हजार रुपये छीनने का आरोप लगाया है। मसहूद अहमद का गांव के एक व्यक्ति से जमीनी विवाद है। जिसका मुकदमा उपजिलाधिकारी इटवा के न्यायालय में चल रहा है। वहीं पीड़ित ने आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष के कहने पर दोनों सिपाही पिछले बुधवार को उनके घर आकर उन्हें गाली देने लगे। इसके बाद उन्हें जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर थाने न ले जाकर अपने आवास पर ले गयें। जहां दोनों सिपाहियों ने उसे बहुत मारा। उसके बाद कर्छुल से मारकर सिर फोड़ दिया और जेब में रखे रुपये व मोबाइल भी ले लिया। इसके बाद दोनों उसे थाने में लेकर गये और जबरदस्ती उससे सादे कागज पर अंगूठा लगवा लिया। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से दोनों सिपाहियों पर कार्यवाही की मांग किया है। ज्ञातव्य हो कि इस घटना से विवादित मामलों में पुलिस की मदद से मामले प्रभावित होते रहे हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक मामले की स्वतंत्र जांच कर दोनों पुलिस कांस्टेबल पर कार्यवाही कर पुलिस व्यवस्था में एक नजीर पेश करेंगे। जिससे आम नागरिकों में पुलिस पर विश्वास बहाल हो सके, वहीं घटना को लेकर क्षेत्र के लोगों में रोष है।
