*सिद्धार्थनगर जनपद अन्तर्गत डुमरियागंज तहसील हमेशा भ्रष्टाचार व लापरवाही के मामले में सुर्खियों में बना रहता है।
सरताज आलम
सिद्धार्थनगर
ताजा मामला है डुमरियागंज तहसील अनतर्गत ग्राम पंचायत केवटली नानकार का जहाँ पर तैनात लेखपाल दृग विजय चौरसिया के खिलाफ वरिष्ठ समाजसेवी व केवटली नानकार के निवासी रघुनंदन पाण्डेय ने उपजिलाधिकारी डुमरियाग़ंज को प्रार्थना पत्र देकर आय, जाति, वरासत, निवास आदि को बनवाने में पैसे की मांग करने, पैसा नहीं देने पर डांटने-फटकारने, अभद्रता करने गांव में राजनैतिक गुटबाजी करने, एक ही क्षेत्र में बिगत 08 बर्षो से अंगद पांव की तरह लगातार जमे होने, कर्मचारी आचरण नियमावली का जमकर उलंघन करने, आदि का आरोप लगा कर विभागीय कार्वाही करते हुये कहीं अन्यत्र स्थान्तरित करने का मांग किया है। इस सम्बन्ध में ज्यादा जानकारी के लिये उपजिलाधिकारी डुमरियागंज परमेन्दर को फोन करने पर उनका मोबाइल नाट रिचेबुल बताया। वहीं भ्रष्टाचार एक दूषित विचार है कि कहानी क्या कहूं उस देश के भ्रष्टाचार की ये तो उत्पत्ति है प्रलोभन के दूषित विचार की। कहानी क्या कहूं इस अन्धकार स्वरूप अत्याचार की जिसके दर्पण से झलके हैं आंसू गरीब और लाचार की। क्या कहूं कहानी इस भ्रष्टाचार रूपी कुविचार की जिससे भावनायें तार-तार होती है मानवता रूपी सुविचार की। भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। देश की जनता के पैसों पर अपनी शौक पूरा करने वाले काले विषधर की तरह उस धन पर कुण्डली मारकर बैठने वाले जो भ्रष्टाचार की भट्टी पर अपनी अपनी रोटियां सेंक रहे हैं, वो सभी सलाखों के पीछे कब जायेंगे?