
शिवम् सिंह
सिद्धार्थनगर
लोकमंगल के एकमात्र उद्देश्य के लिये संकल्पित श्रीशील मण्डल के तत्वावधान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोंडकी में दिनांक 8/7/23 से 15/7/23 तक सप्ताहिक योग शिविर का आयोजन किया गया। जन जातीय अंचल के विद्यार्थियों को योग की संभावनाओं से अवगत कराने एवं योग के द्वारा चारों पुरुषार्थ प्राप्त करने का मार्ग दिखाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। यह योग शिविर दिनांक 15/7/23 को सम्पन्न हुआ।
शिविर का समापन समारोह योग विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जन जातीय विश्वविद्यालय अमरकण्टक में दिनांक 15/7/23 शनिवार को अपराह्न 2 बजे से प्रारम्भ हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती शीला त्रिपाठी महोदया (अध्यक्ष, श्रीशील मण्डल) ने की। मुख्य अतिथि के रूप में अशोक कुमार शर्मा, (सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग अनूपपुर) उपस्थित थे। समापन समारोह का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर श्रीशील मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती शीला त्रिपाठी महोदया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक कुमार शर्मा एवं अन्यान्य अतिथियों ने किया। इसी क्रम में छात्रा रोशनी धुर्वे एवं रेशमी के द्वारा सरस्वती वन्दना की मनोरम प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम के अगले चरण स्वागत-शृंखला में सभी अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया। श्रीशील मण्डल की सचिव प्रोफेसर नीति जैन मैडम के द्वारा सभी अतिथियों का शब्द सुमन अर्पित कर वाचिक स्वागत भी किया गया। तत्पश्चात शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोंडकी की छात्रायें प्रतिमा, खुशी, अभिलाषा, हसीना आदि ने जनजातीय करमा नृत्य की चित्ताकर्षक प्रस्तुति दी।
इस योग शिविर में योगाभ्यास का प्रशिक्षण प्राप्त कर दक्षता को प्राप्त हुये छात्रों ने योगासनों का प्रदर्शन कर सभी को चमत्कृत कर दिया। इन सभी शिविरार्थियों को योगाभ्यास का प्रशिक्षण योग विभाग के विद्यार्थियों क्रमशः निशान्त मिश्रा, अमित शुक्ला, अभिषेक सिंह, देवेन्द्र मौर्य, इशिका सिंह, शुभम जायसवाल एवं प्रीतम सिंह द्वारा प्रदान किया गया। जिला मुख्यालय अनूपपुर से पधारे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक कुमार शर्मा सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्वास प्रश्वास का नियमन कर योग के उच्च आयामों को प्राप्त किया जा सकता है। योग विभाग के सहायक आचार्य श्री हरिराम पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों से संवाद करते हुये कहा कि योग एक जीवन शैली है और योग को जीवन शैली के रूप में अपनाकर हम अपने जीवन के उच्चतम लक्षणों को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के लिये योग से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन कराने का आश्वासन भी दिया। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोंडकी की प्राचार्या श्रीमती जाग्रति सोनी ने योग का महत्व बताकर बच्चों को नियमित रूप से योग अभ्यास करने के लिये प्रेरित किया। अपने सद्प्रयासों से जनजातीय अंचल में जागरुकता की ज्योति प्रज्ज्वलित करने वाली श्रीशील मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती शीला त्रिपाठी महोदया ने अपने उद्बोधन में कर्म योग एवं भक्तियोग को विस्तार से समझाया उन्होंने कहा कि योगः कर्मसु कौशलम अर्थात कार्य करने की कुशलता ही योग है, इस प्रकार हम जो भी कार्य करते हैं। यदि उसमें कुशलता प्राप्त कर लें, दक्षता प्राप्त कर लें तो यही कर्म योग है। विभिन्न प्रकार के योगों में सबसे सरलतम भक्ति योग है। भक्ति योग को अपनाकर हम बहुत ही सरल तरीके से सीधे परम पिता परमेश्वर से जुड़ सकते हैं। श्रीमती शीला त्रिपाठी महोदया ने सभी विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाशीष प्रदान किया। कार्यक्रम के अगले चरण में योग शिविर में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती जाग्रति सोनी मैडम के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती सोनल बड़गैयाँ के द्वारा किया गया। अनेकानेक जनकल्याणकारी कार्यों में श्रीशील मण्डल ने अपनी सक्रिय भूमिका से अनेक प्रतिमान स्थापित किये हैं और इसी दिशा में निरन्तर प्रयास जारी है।
