लोकसभा चुनाव के नजदीक आते-आते सैनी समाज के दो कद्दावर नेता अपनी राजनीतिक गोटिया बैठाने को लेकर पिछले दो-तीन दिन से जिस प्रकार से सक्रिय हैं उसे यह माना जा रहा है कि दोनों ही पूर्व कैबिनेट मंत्रियों अलग-अलग राजनीतिक दलों में ठौर तलाशने में कामयाब हो गए हैं जिसको लेकर राजनीतिक दलों में विभिन्न प्रकार से चर्चाएं बनी हुई है जहां सैनी समाज के एक बड़े नेता ने भाजपा में नो वेलकम की पट्टिका देखकर क्षेत्रीय दल का रुख किया है उनको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं गठबंधन में कैराना लोकसभा सीट से उनपर गांव लगाया जा सकता है वही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ज्वाइन कर उत्तराखंड में नूरा कुश्ती करने गए पूर्व कैबिनेट मंत्री बैरंग लौटने पर लंबे समय से बीजेपी में जाने की जुगत लगा रहे थे जिसमें वह हाल ही में कामयाब भी होते नजर आ रहे हैं यही नहीं राजनीतिक विश्लेषकों का उनके संबंध में यह मानना है कि भाजपा जॉइनिंग करने के बाद लोकसभा चुनाव को देखते हुए उनको सरकार में किसी पद से सम्मानित किया जा सकता है अब यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि किसको क्या मिलने वाला है लेकिन यह लगभग तय हो चुका है काफी समय के बाद दोनों ही कद्दावर नेता अलग-अलग दलों में ठौर पाने में कामयाब हो रहे हैं।