झांँसी से नेहा श्रीवास के साथ पुष्पेंद्र श्रीवास की रिपोर्ट..
झाँसी | संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक डॉक्टर संदीप सरावगी एवं समिति सदस्यों का सदैव खेल क्षेत्र में, सांस्कृतिक क्षेत्र में सामाजिक क्षेत्रों के अलावा धार्मिक आयोजनों में भी विशेष सहयोग रहता है, विगत माह संपन्न हुए बाल्मीकि समाज के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में समिति के संस्थापक डॉ० संदीप सरावगी द्वारा बाल्मीकि कन्याओं के पैर धोकर एवं उन्हें उपहार देकर विदा किया। इसी क्रम में बावन मंदिर अयोध्या धाम के महंत परम पूज्यनीय श्री श्री 1008 श्री वैदेही वल्लभ शरण महाराज का संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर आगमन पर भव्य स्वागत हुआ। सर्वप्रथम समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी ने श्री वैदेही वल्लभ शरण महाराज के कार्यालय आगमन पर पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया। स्वागत पश्चात डॉक्टर संदीप सरावगी ने वैदेही वल्लभ शरण महाराज को अंग वस्त्र उड़ाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर शुभाशीष प्राप्त किया। इसके पश्चात डॉक्टर संदीप सरावगी एवं वैदेही वल्लभ शरण महाराज के मध्य आगामी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई। इस अवसर पर डॉ संदीप सरावगी ने कहा कि श्री राम की नगरी अयोध्या की पावन धरा से बावन मंदिर अयोध्या धाम के महंत श्री श्री 1008 श्री वैदेही वल्लभ शरण महाराज का समिति कार्यालय पर आना हम सभी सदस्यों के लिए सौभाग्य की बात है, गुरु और शिष्य की यह परंपरा कोई आज से नहीं बल्कि प्राचीन काल से चली आ रही है। न केवल हिंदू धर्म के ग्रंथों में भी गुरु का विशेष स्थान है बल्कि इनको भगवान से भी पहले पूजा जाता है। इसके पश्चात वैदेही वल्लभ शरण महाराज ने कहा कि डॉ. संदीप सरावगी भारत के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपने वसुधैव कुटुम्बकम्, सनातन धर्म, मूल संस्कार तथा विचारधारा पर कार्य कर रहे हैं, डॉ. संदीप सरावगी द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा अयोध्या में सदैव होती रहती है। पूर्व में संपन्न हुए बाल्मिकी सामूहिक विवाह में डॉ. संदीप द्वारा कन्याओं का सनातन परंपरा अनुसार पैर पखारकर एवं उपहार देकर विदा करना निश्चित ही देश को एक करने का कार्य किया है। इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति से जिलाध्यक्ष अजय राय, सुशांत गेंडा, बसंत गुप्ता, राजू सेन, राकेश अहिरवार, संदीप नामदेव, महेंद्र रायकवार, सचिन (नगरा), लखन अहिरवार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।