* एक चीनी तस्कर सहित 06 लोग गिरफ्तार
पूजा गुप्ता
कपिलवस्तु/नेपाल
नेपाल राष्ट्र की राजधानी काठमाण्डू स्थित त्रिभुवन अन्तर्राष्ट्रीय विमान स्थल के अधिकारियों ने बीते बुधवार की रात काठमाण्डू के त्रिभुवन अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से तस्करी का लगभग 100 किलोग्राम सोना बरामद किया है। बरामद सोना हांगकांग से नेपाल लाया गया था। तस्करी के एक क्विंटल सोने के साथ एक चीनी नागरिक सहित 06 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। नेपाल के राजस्व अनुसंधान विभाग (डीआरआई) प्रमुख नवराज ढुंगाना ने बताया कि बीते मंगलवार की रात कैथे पैसिफिक का एक जहाज नेपाल की राजधानी काठमाण्डू पहुंची थी। सीमा शुल्क कार्यालय में जहाज के कार्गो में स्कूटर व बाइक के ब्रेक शू पंजीकृत किये गये थे। सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा स्कूटर व बाइक के ब्रेक शू के रुप में खेप की चेक जांच करने के बाद मंजूरी देने के बाद सीमा शुल्क एजेंट गाड़ी संख्या (बा2ज2324) की टैक्सी में लादकर अपने कार्यालय ले जाने की तैयारी कर रहे थे। जैसे ही टैक्सी सीमा शुल्क कार्यालय से बाहर निकली, बुधवार की दोपहर करीब 2 बजे डीआरआई को एक कॉल आया कि ब्रेक शू के अन्दर सोना छिपाकर रखा गया है। नेपाल पुलिस के सहयोग से डीआरआई ने काठमाण्डू विमान स्थल के बाहर से उक्त टैक्सी को रोककर तलाशी ली तो उसके 160 ब्रेक शू के अन्दर छिपाकर रखा गया सोना बरामद हुआ। जिसे काठमाण्डू के बाबर महल स्थित नेपाल राष्ट्र बैंक की टकसार शाखा में भेजकर तौल किया तो उसका वजन करीब एक क्विटल निकला। सोने की तस्करी के मामले में त्रिभुवन अन्तर्राष्ट्रीय विमान स्थल से एक चीनी नागरिक सहित 06 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार चीनी नागरिक की पहचान लिंग चुवान के रुप में हुई है। वह वहां से भागने की फिराक में था। इसके अलावा चितवन से अशोक लामा को भी गिरफ्तार किया गया। पाटन उच्च न्यायालय ने राजस्व अनुसंधान विभाग को सोने की तस्करी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार 06 लोगों को 10 दिनों के लिये रिमाण्ड पर लेने की अनुमति दी है। पाटन हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ठगिन्द्र कट्टेल ने बताया कि गुरुवार को गिरफ्तार किये गये चीनी नागरिक लिंग चुवान समेत 06 लोगों को 10 दिनों तक हिरासत में रखने की अनुमति दी गयी है।
* पकड़ा गया सोना, तस्करी कर भारत लायें जाने की थी मंशा –
नेपाल राजस्व अनुसंधान विभाग (डीआरआई) प्रमुख नवराज ढुंगाना ने आशंका व्यक्त करते हुये बताया कि हांगकांग से सोना तस्करी कर भारत लाया जा रहा था। अगर कुछ सेकेण्ड्स की देरी होती तो तस्करों की मंशा सफल भी हो जाती।