शैलेष कुमार सोनकर की रिपोर्ट
जनपद सिद्धार्थनगर के भारत नेपाल सीमा पर 43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल की सीमा चौकी बजहा के जवानों द्वारा मानव सेवा संस्थान (NGO) एवं स्थानीय पुलिस के साथ ‘’विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस’’ के अवसर पर रैली के माध्यम से ग्रामीणों को मानव तस्करी के प्रति जागरूक किया गया ।
जानकारी देते हुए श्री आर.के.डोगरा, कमांडिंग अधिकारी, 43वीं वाहिनी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 30 जुलाई को मानव तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस मनाया जाता है। मानव तस्करी एक प्रकार का अपराध है, जिसमें किसी मानव मुख्य रूप से औरतों और बच्चों को खरीदा और बेचा जाता है। खरीदे जाने के बाद उनका इस्तेमाल मुफ्त में आजीवन मजदूरी कराने, उसके शरीर के अंगों को बेचने एवं अन्य लाभ प्राप्ति हेतु किया जाता है। आज मानव व्यापार एक वैश्विक समस्या है, जिससे शायद ही कोई देश अछुता है ।इसी को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस अपराध के विरुद्ध जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक वर्ष 30 जुलाई को मानव तस्करी निरोधक दिवस के रूप में मानते है जिसका मुख्य उदेश्य नागरिकों को मानव तस्करी के सन्दर्भ में जागरूक करना है ।
इसी उद्देश्य से 43वीं वाहिनी सिद्धार्थनगर की सीमा चौकी बजहा के द्वारा निरीक्षक अशोक मीणा के नेतृत्व में बजहा गाँव में रैली का आयोजन कर ग्रामीणों को जागरूक किया गया । इस अभियान में कपिलवस्तु के थाना प्रभारी, श्री ज्ञानेंद्र कुमार रॉय, बजहा पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अरुण कुमार व अन्य पुलिस कर्मी, मानव सेवा संस्थान (NGO) के को-ओर्डीनेटर, श्री जय प्रकाश के साथ-साथ श्री अब्दुल हमीद, ग्राम प्रधान, बजहा व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद शामिल रहे ।