

जनपद सिद्धार्थनगर में विना मान्यता के दर्जनों स्कूल संचालित है जिसमें हजारों की संख्या में बच्चे पढ़ रहे हैं ऐसे स्कूल महंगे किताब एवं उससे आए कमिशन और खण्ड शिक्षा अधिकारी के बल पर फूल फल रहे हैं। वहीं मान्यता प्राप्त विद्यालयों को यू- डायस न भर कर पूरा करने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा मान्यता प्रत्याहरण की नोटिस जारी करने की बात कही जा रही है।
उ प्र सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के महामंत्री शिशिर मिश्रा का कहना है कि गैर मान्यता प्राप्त स्कूल विना किसी कागज विना मान्यता के किराए के चार कमरों के मकानों में संचालित हो रहे हैं वहीं मान्यता प्राप्त विद्यालयों को विभागीय कठिनाईयों का सामना भी करना पड़ता है और मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर विभाग द्वारा निर्धारित सरकारी पुस्तकों द्वारा व प्रशिक्षित अध्यापकों द्वारा पठन पाठन कराया जाता है। वहीं गैर मान्यता प्राप्त स्कूल किराए पर कमरा लेकर बोर्ड लगाकर स्थानीय अ प्रशिक्षित लोगों को शिक्षक रख कर और प्रत्येक शिक्षक से 10 से 20बच्चो का नामांकन कराने की जिम्मेदारी देकर बिना मान्यता के स्कूल संचालित कर रहे हैं जिसमें डग्गामार टेम्पू आदि वाहनों का प्रयोग बच्चों को लाने व ले जाने के लिए कर रहे हैं।उ प्र वित विहीन प्रबंधक संघ के पदाधिकारीयों का कहना है की जनपदों में 100से अधिक गैर मान्यता प्राप्त अवैध स्कूलों का संचालन किया जा रहा है कुछ स्कूल संचालकों ने तो मान्यता आवेदन करने की तैयारी पूरी कर ली है और बाकी तो बिना आवेदन किए गैर मान्यता प्राप्त स्कूल चला रहे हैं जिसमें नर्सरी, LKG, UKG की पुस्तकें 2500से3500रुपये तक आ रही है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय का कहना है कि सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है विना मान्यता के चल रहे स्कूल संचालकों को नोटिस जारी की जाएगी और तब भी नहीं मानते तो 1-1लाख का जुर्माना लगा कर FIR भी दर्ज कराई जाएगी
