

झांँसी से नेहा श्रीवास के साथ पुष्पेंद्र श्रीवास की रिपोर्ट..
झाँसी। बुंदेलखण्ड क्षेत्र के किसानों के लिए रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय लगातार कार्य कर रहा है। किसानों की आय दोगुनी हो।विवि के वानिकी वैज्ञानिकों ने ग्राम रोनिजा में किसानों के खेतों पर औषधीय एवं सगंधीय पौधों का विधिवत रोपण कराया। प्रथम पंक्ति प्रदर्शन के अंतर्गत आज बड़ागांव ब्लाक, जनपद के ग्राम रोनिजा में औषधीय एवं सगंधीय पौधों का किसानों के खेतों पर वैज्ञानिकों की उपस्थिति में रोपण किया गया। ग्राम के किसानों को औषधीय एवं सगंधीय, कृषि वानिकी के विभिन्न प्रकार के पौधों के बारे में वैज्ञानिकों ने जानकारियां दीं। किसानों के साथ किसानों के खेतों पर जाकर पौधों को रोपण करने की तकनीक समझाई तथा किसानों की विभिन्न संकाओं का समाधान किया। कार्यक्रम के दौरान औषधीय एवं सगंधीय पौधों का मानव जीवन में महत्व पर वैज्ञानिकों ने प्रकाश डाला। डॉ विनोद कुमार, डॉ. पवन कुमार एवं डॉ पंकज लवानिया ने औषधीय जैसे एलोवेरा, तुलसी, एवं अश्वगंधा पौधों को खेत में तैयार करने की तकनीक समझाई। उन्होंने किसानों को बताया आवश्यकतानुसार खाद का प्रयोग कर पौधों को पंक्ति से पंक्ति की दूरी 1 मीटर 60 से 100 सेंटीमीटर दूरी पर रोपित किया जाता है। डॉ प्रभात तिवारी एवं डॉ गरिमा गुप्ता ने कृषि वानिकी के मुख्य पौधे मिलिया डूबिया, ग्वार एवं कदंब के बहुआयामी उपयोगों को प्रकाशित करते हुए खेत की मेड़ों पर कदंब पौधों का रोपण करना चाहिए इससे किसान अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
