इसरार हुसैन
सिद्धार्थनगर।
राज्य सभा सांसद बृजलाल ने अलीगढ़वा चेकपोस्ट से नेपाल भारत से होने वाले आवागमन पर रोक का मामला राज्य सभा में उठाया। सदन में कहा कि अलीगढ़वा चेकपोस्ट से भारत और नेपाल के लोग व्यापार करते थे। सिद्धार्थनगर से बैल गाड़ियां नेपाल के अन्दर जाती थी और वहां से सामान लादकर भारत में लाती थीं। नेपाल और भारत का रोटी-बेटी का सम्बन्ध है। एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होना हमारी संति का हिस्सा रहा हैं। नेपाल-भारत की सीमा के आस-पास रहने वाले लोगों शादियां प्राचीन समय से हो रही हैं। दोनों देशों के लोग व्यापार करते थे, जो मुख्यतः कृषि उपज, नमक, मिट्टी का तेल, डीजल, पेट्रोल, मसाले, कपड़े, लकड़ी आदि शामिल थे। आगे उन्होंने कहा कि चेकपोस्ट से व्यापार होने से भारत और नेपाल के लोग लाभान्वित होते थे। लेकिन कालान्तर में अलीगढवा चेकपोस्ट व्यापार के लिये बन्द कर दी गयी है। अब यहां से केवल दो पहिया गाड़ियों की आवागमन की छूट है। चार पहिया गाड़ियों पर प्रतिबन्ध के कारण दोनों देशों के बीच व्यापार ठप हो गया है, जिसके कारण दोनों देश के विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कहा कि मैने विदेश मन्त्री एस जयशंकर से मांग किया है कि दोनों देश के बीच अलीगढ़वा चेकपोस्ट से चार पहिया गाड़ियों से प्रतिबन्ध हटाया जायें, जिससे दोनों देशों के लोग पूर्व की भांति लाभान्वित होते रहे और सीमा के दोनों तरफ का विकास गति पकड़ सकें।