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राहुल गाँधी ने तो धान बोया, लेकिन सत्ता बबूल बो रही है :डॉ सुनील तिवारी

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झांँसी से नेहा श्रीवास के साथ पुष्पेंद्र श्रीवास की रिपोर्ट..

झांँसी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ सुनील तिवारी ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि जननायक राहुल गाँधी ने हरियाणा की उर्वरा भूमि पर धान की बुबाई की, लेकिन जहाँ जहाँ डबल इंजन की सरकार है, उन राज्यों सत्ता समाजिक तानेबाने को ध्वस्त कर, बबूल की अंधाधुंध बुबाई कर रही है।
राहुल गाँधी के मणिपुर दौरे का जिक्र करते हुए, डॉ सुनील तिवारी ने कहा कि मणिपुर में विगत साठ दिनों से दो समुदायों के बीच वर्ग संघर्ष जारी है, लेकिन सत्ता मूकदर्शक बनी बैठी है।
डॉ सुनील तिवारी ने कहा कि तीन जुलाई को इंडियन एक्सप्रेस में खबर थी, सेना में मेजर और कैप्टन की कमी हो गई है। हालत यह है कि सेना को मुख्यालय पर तैनाती कम करनी पड़ सकती है ताकि जरूरत की जगहों पर काम करने वाले लोग पर्याप्त संख्या में रहें। इससे पहले खबर थी कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) समेत दूसरे बलों के डीजी के पद कई महीने से खाली थे और एक ही अधिकारी सबका कार्यभार संभाल रहे थे।

दूसरी ओर, प्रचार होता है कि सेना आत्मनिर्भर हो गयी और उसे किन सामानों का आयात नहीं करना पड़ेगा आदि आदि। एक तरफ बेरोजगारों की फौज है और दूसरी तरफ सेना में मेजर-कैप्टन के पद खाली। यह सेना में भर्ती की नई और विवादास्पद व्यवस्था अग्निवीर लागू करने के बावजूद है और राजनीति का जो हाल है वह आप देख ही रहे हैं। सरकार काम कम कर रही है और मुकदमा ज्यादा लड़ रही है। 10 साल सरकार चलाने के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा ले आई है।

कुल मिलाकर, जब राजनीति प्रशासन सब अस्त-व्यस्त है, अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है, अव्यवस्था चरम पर है और बिकाऊ मीडिया बेशर्मी के शिखर पर तब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है, ऐसी राजनीति के लिए मैं फिट नहीं जबकि इस स्थिति का श्रेय प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें सबसे ज्यादा है।

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